नमस्कार दोस्तों,
1. तेहर बांध: यह उत्तराखंड में स्थित है और भारत का सबसे बड़ा डैम है। इस डैम की क्षमता 10,000 मेगावाट है और यह भारत की बिजली आपूर्ति का 11% प्रदान करता है।
2. भाखरा बांध: यह हिमाचल प्रदेश में स्थित है और भारत का दूसरा सबसे बड़ा डैम है। इस डैम की क्षमता 1,920 मेगावाट है और यह भारत की बिजली आपूर्ति का 10% प्रदान करता है।
3. हिरकुद बांध: यह ओडिशा में स्थित है और भारत का तीसरा सबसे बड़ा डैम है। इस डैम की क्षमता 307.5 मेगावाट है और यह मुख्य रूप से बिजली उत्पादन के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
4. नागार्जुन सागर डैम: यह आंध्र प्रदेश में स्थित है और भारत का चौथा सबसे बड़ा डैम है। इस डैम की क्षमता 960 मेगावाट है और यह उत्पादन के लिए बिजली देता है।
5. सरदार सरोवर डैम: यह गुजरात में स्थित है और भारत का पाँचवा सबसे बड़ा डैम है। इस डैम की क्षमता 1,450 मेगावाट है और यह उत्पादन के लिए बिजली देता है।
6. नामामी गंगा बाराज: यह बिहार में स्थित है और भारत का छठा सबसे बड़ा डैम है। इस डैम की क्षमता 4,600 मेगावाट है और यह उत्पादन के लिए बिजली देता है।
7. इंदिरा सागर डैम: यह मध्य प्रदेश में स्थित है और भारत का सातवाँ सबसे बड़ा डैम है। इस डैम की क्षमता 1,000 मेगावाट है और यह उत्पादन के लिए बिजली देता है।
8. टेंगन्ग डैम: यह सिक्किम में स्थित है और भारत का आठवाँ सबसे बड़ाडैम है। इस डैम की क्षमता 1,200 मेगावाट है और यह उत्पादन के लिए बिजली देता है।
9. हिरकुद डैम: यह ओडिशा में स्थित है और भारत का नौवां सबसे बड़ा डैम है। इस डैम की क्षमता 307.5 मेगावाट है और यह मुख्य रूप से बिजली उत्पादन के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
10. मान सागर डैम: यह मध्य प्रदेश में स्थित है और भारत का दसवां सबसे बड़ा डैम है। इस डैम की क्षमता 1,200 मेगावाट है और यह उत्पादन के लिए बिजली देता है।
इन 10 सबसे बड़े डैमों को भारत ने स्वयं बनाया है और इनका मुख्य उद्देश्य बिजली उत्पादन और सिंचाई है। इन डैमों में से कुछ का निर्माण ब्रिटिश शासन के समय में हुआ था।
इन डैमों का महत्व भारतीय अर्थव्यवस्था और जनसंख्या के विकास में बहुत अहम है। ये डैम सिंचाई व्यवस्थाओं को स्थापित करते हैं जो खेती के लिए जल उपलब्ध कराते हैं। इसके अलावा, ये बिजली उत्पादन करने में भी मदद करते हैं जो भारत के विभिन्न हिस्सों में उपयोग में लाया जाता है।
इन 10 सबसे बड़े डैमों के अलावा भी भारत में कई और डैम हैं जो खेती, सिंचाई और बिजली उत्पादन में मदद करते हैं। भारत दुनिया के अन्य देशों के मुकाबले अपने डैमों की क्षमता और तकनीक में आगे है।