गोहद।गोहद नगर पालिका द्वारा वर्ष 2022 में 01 जनवरी से 31 जुलाई तक डीजल तथा पेट्रोल में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार किया गया है। यह आरोप कांग्रेस जिला महासचिव राजेंद्र परिहार ने डिप्टी कलेक्टर को की लिखित शिकायत में लगाया है।
बतादेें कि उक्त शिकायत उपरांत डिप्टी कलेक्टर पराग जैन ने 12 सितंबर को शिकायत की जांच का आदेश भी जारी कर दिया था। हैरानी की बात ये है कि डिप्टी कलेक्टर के आदेश को भी नपा अधिकारियों ने ठेंगा बता दिया है। पूरा एक पखवाड़ा बीत जाने के बाद डीजल-पेट्रोल में किए गए गोलमाल की जांच शुरू नहीं हो पाई है।
– तीन दिन में जांच कर पेश करनी थी रिपोर्ट
गौरतलब है कि डीजल-पेट्रोल घोटाले में जांच दल को तीन दिन के अंदर जांच कर रिपोर्ट डिप्टी कलेक्टर के समक्ष पेश करनी थी। मतलब ये कि १५ सितंबर को जांच रिपोर्ट पेश की जानी थी। चिंतनीय विषय ये है कि रिपोर्ट पेश किया जाना तो दूर पंद्रह दिन बीत जाने के बावजूद जांच ही शुरू नहीं हो पाई।
– आरोप के अनुसार इस तरह किया गया घोटाला
शिकायतकर्ता राजेंद्र परिहार के मुताबिक गोहद नगर पालिका में जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा 01 जनवरी से 31 जुलाई तक डीजल पेट्रोल का क्रय तथा उसका उपयोग भी दर्शाया गया है। दरअसल डीजल-पेट्रोल का जो उपयोग दर्शाया गया है वह वस्तुस्थिति से मेल नहीं खा रहा। यह घालमेल तब सामने आया जब शिकायतकर्ता राजेंद्र परिहार ने सूचना के अधिकार के तहत जानकारी हासिल की।
– कार्रवाई से बचने जांच को डाला जा रहा ठंडे बस्ते में
शिकायतकर्ता का आरोप है कि घोटाले पर पर्दा डालने के प्रयास में जांच की प्रक्रिया को आगे नहीं बढऩे दिया जा रहा है। दरअसल लाखों रुपए के घोटाले में नपा के कई जिम्मेदार अधिकारी व कर्मचारी शामिल हैं।
इनका कहना
नपा के संबंधित अधिकारियों से इस संबंध में स्पष्टीकरण मांगा गया है। जांच प्रक्रिया चल रही है। रिपोर्ट में जो भी तथ्य आएंगे उसके आधार पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
पराग जैन,
डिप्टी कलेक्टर भिण्ड
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