लहार-शिव सिंह कुशवाह
भिंड/लहार 22 अगस्त 21 केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार स्वच्छ भारत अभियान के तहत प्रत्येक परिवार के घर शौचालय बनवाने की बात कर रही है तो वही निचले स्तर पर बैठे अधिकारी कर्मचारियों की मिलीभगत से स्वच्छ भारत अभियान की धज्जियां उड़ती नजर आ रही हैं। क्योंकि निचले स्तर के अधिकारी कर्मचारी आपस में मिलकर फर्जी तरीके से शौचालय की राशि निकाल लेते हैं जिसका हितग्राहियों को पता ही नहीं चलता है।
ऐसी ही मामला भिंड जिले की जनपद लहार से निकल कर आ रहा है, जहां पर सचिवों एवं अधिकारियों की मिलीभगत से ग्राम पंचायतों में बनाए गए शौचालय की राशि का ही घोटाला कर लिया गया।
जिसका हितग्राहियों को पता ही नहीं हैं।
आपको बता दें कि जनपद लहार की ग्राम पंचायत बरहा के ग्रामवासियों कटोरे पुत्र तुलाराम, माता प्रसाद पुत्र रामसिया, तेजा पत्नी छेदामी, गोटीराम पुत्र रघुवीर, पृथीपाल पुत्र नंदन, गंगा सिंह पुत्र मनसुख, रामदास पुत्र रामसहाय, सिरोवन पुत्र रामसहाय ने मीडिया के माध्यम से शासन से न्याय के लिए गुहार लगाई है, कि हमारे द्वारा सचिव के कहने पर अपने शौचालय लगभग 2 वर्ष पूर्व बनवा लिए थे, लेकिन शासन द्वारा दी जाने वाली शौचालय की राशि आज दिनांक तक हम लोगों को नहीं मिली जब भी हमारे द्वारा ग्राम पंचायत सचिव अजीत सिंह राजावत एवं सहायक सचिव हरि ओम व्यास से शौचालय की राशि के लिए आग्रह किया जाता है तो वह यह कहकर अपना पल्ला झाड़ देते हैं कि अभी शासन के पास फंड नहीं है आने पर आप की राशि का भुगतान कर दिया जाएगा।
लेकिन सोचने वाली बात यह है कि ग्राम पंचायत में बनवाए गए शौचालयों की राशि बहुत पहले ही निकल चुकी है लेकिन आज दिनांक तक हितग्राहियों को नहीं मिली उन्हें केवल गुमराह किया जा रहा है यदि उच्च स्तरीय अधिकारी इसकी जांच कराते हैं तो ग्राम पंचायत बरहा मै एक बहुत बड़ा घोटाला निकल के सामने आएगा