नई दिल्ली – यमुना और इसके घाटों की सफाई का जो दावा अभी तक भाषणों एवं कागजों तक सिमटा था सोमवार को पहली बार जमीनी स्तर पर भी उसकी झलक देखने को मिली। अब न वहां धूल है न कचरा। दुर्गंध भी पहले से कम हो गई है घास उग आई है पक्का रास्ता बना दिया गया है और एक वेटलैंड भी तैयार हो गया है। उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने 16 फरवरी को आइएसबीटी कश्मीरी गेट के पास कुदसिया घाट पर यमुना तट पर सघन सफाई अभियान की शुरुआत की थी।
उन्होंने इसका निरीक्षण किया और सफाई अभियान शुरू होने के दो सप्ताह के भीतर ही घाट से कचरा हटाने और पानी की गुणवत्ता के मामले में बड़े पैमाने पर बदलाव के लिए अधिकारियों की सराहना की। एलजी ने वरिष्ठ अधिकारियों व मीडियाकर्मियों के साथ यमुना में लगभग 20 मिनट तक नाव की सवारी भी की और सफाई कार्यों का निरीक्षण किया। एक अभिनव ड्रेन बीओडी रिड्यूसिंग तकनीक को लागू करने के अलावा फ्लोटिंग बूम और नदी के किनारे स्थापित एक मशीनीकृत कन्वेयर मशीन का उपयोग करके पानी को सभी कचरे जलकुंभी और प्लास्टिक कचरे से पूरी तरह से साफ किया गया है। नतीजतन बदबू जो पहले 10 मिनट के लिए भी असहनीय थी काफी कम हो गई है।