नई दिल्ली – देश की राजधानी दक्षिणी दिल्ली में एक नाबालिग के अपहरण और दुष्कर्म के मामले में तीन वयस्कों और दो किशोरों को गिरफ्तार किया गया है। दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी। आरोपियों की पहचान कृष्णा पार्क निवासी सोनू (32), शिव पार्क खानपुर निवासी बाबू मियां (50) और संगम विहार निवासी आनंद कुमार जैन (58) तथा दो नाबालिगों के रूप में हुई है। पुलिस के अनुसार लड़की अपने नाना-नानी के पास रहती थी, क्योंकि उसके माता-पिता अब नहीं रहे।
पुलिस उपायुक्त (दक्षिण) चंदन चौधरी ने कहा कि 14 मार्च को उसे उसकी नानी ने हर समय मोबाइल में लगे रहने के कारण डांटा था और मोबाइल छीन लिया था। वह गुस्से में घर से निकल गई। रास्ते में उसकी मुलाकात एक लड़के (नाबालिग) से हुई। लड़के ने उसे समझाया और अपने घर ले गया। बाद में लड़के ने उसके साथ यौनाचार किया। जहां नाबालिग लड़की रहती थी, वह जगह तिगरी में है। वहां और दो लड़कियां और एक महिला थी। महिला के बेटे का नाम सोनू है। जांच से जुड़े एक अधिकारी के अनुसार वहां दो लड़कियों को बंधक बनाकर रखा गया था और उससे देह व्यापार कराया जाता था। उस घर में रहने वाली महिला का नाम सुमन है। लड़की के अपहरण के मामले पर विशेष कर्मचारी और स्थानीय पीएस काम कर रहे थे। लड़की को 17 मार्च को बरामद किया जा सका। अधिकारी ने कहा कि दो अन्य लड़कियों में से एक का पता लगा लिया गया है। सुमन फरार है। टीम उसका पीछा कर रही है।
पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 323 (स्वेच्छा से चोट पहुंचाना), 363 (अपहरण), 376 (दुष्कर्म), 506 (आपराधिक धमकी), 509 (शब्द, इशारा या एक महिला की शील भंग करने का इरादा), 34 (सामान्य इरादा) के तहत नेब सराय थाने में मामला दर्ज किया गया था। आरोपियों को रविवार को धारा 6 और पॉक्सो एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि पीड़िता को सखी वन स्टॉप सेंटर मालवीय नगर भेज दिया गया है। उन्होंने कहा कि मामले की आगे की जांच जारी है।