भांडेर जनपद के अधिकारियों की अफसरशाही की वजह से गरीब हितग्राही बेघर
चंबल आचरण
भांडेर रिपोटर- आशीष वर्मा
भांडेर 8 अगस्त 21। जनपद भांडेर का एक ऐसा मामला सामने आया है जहां पर अफसरशाही की वजह से गरीब ग्रामवासी बेघर हो गए हैं।
दरअसल मामला प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत गरीबों के लिए बनवाए जा रहे मकानों का है।
आपको बता दें कि जनपद भांडेर की ग्राम पंचायत तैडोत के कुछ गरीब ग्रामवासीयो के प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत शासन के द्वारा राजाराम प्रजापति, भूरी बाल्मिक, प्रभाराम दोहरे,को पक्का आवास मंजूर किया गया था पक्का मकान बनाने के लिए हितग्राहियों के द्वारा अपना अच्छा मकान तोड़ दिया गया था लेकिन जनपद पंचायत भांडेर के अफसरों की अफसरशाही इस कदर हावी है कि पहली किस्त तो हितग्राहियों को दे दी गई लेकिन बकाया किस्तों के लिए सेवा शुल्क की मांग की जाने लगी सेवा शुल्क न देने के कारण हितग्राहियों की अगली किस्त रोक दी गई जिससे हितग्राही बहुत परेशान हैं और खुले आसमान के नीचे जीवन बिताने को मजबूर हैं।
उक्त मामले की जानकारी हमारे संवाददाता को लगी तो वह उन गरीब हितग्राहियों राजाराम प्रजापति, भूरी बाल्मिक, प्रभाराम दोहरे के पास पहुंचे और उनकी आपबीती को चंबल आचरण के माध्यम से प्रकाशित किया जो भांडेर जनपद के अफसरों की अफसरशाही से परेशान है। हितग्राहियों ने श्रीमान दतिया कलेक्टर महोदय से गुहार लगाई