मूसलाधार बारिश से कच्चा मकान गिरा, अनाज एवं गृहस्थी का सामान हुआ खराब
लहार 12 सितंबर। अंचल में हो रही मूसलाधार बारिश से लहार अनुभाग में कई परिवार बेघर हो गए, कई गरीब परिवारों के मकान पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए लेकिन स्थानीय प्रशासन इस और कोई ध्यान नहीं दे रहा है। आपको बता दें कि लहार अनुभाग की ग्राम पंचायत बरहा कई लोगों के कच्चे मकान गिर गए जिससे उनके पशु बांधने तक की जगह नहीं बची। ग्राम बरहा के निवासी रविकांत कुशवाहा पुत्र श्री शुगर सिंह कुशवाहा का कच्चा घर बारिश से पूरा गिर गया जिसमें घर में रखा हुआ अनाज सहित गृहस्थी का सामान खराब हो गया आपको बता दें कि रविकांत कुशवाहा पुत्र श्री शुगर सिंह कुशवाहा है बीपीएल कार्ड धारी गरीब परिवार से आते हैं। कई बार कुशवाहा जी के द्वारा सरपंच सचिन से लेकर उच्च अधिकारियों तक प्रधानमंत्री आवास के लिए गुहार लगाई जा चुकी है पर किसी के कान पर जूं तक नहीं रेंगी। प्रणाम स्वरूप बारिश के कारण गरीब परिवार बेघर हो गया हालांकि उक्त घटना की जानकारी ग्राम पंचायत के सरपंच सचिव को दी गई तो उनके द्वारा हर संभव शासकीय मदद दिलाने का भरोसा दिलाया गया।
अब देखना यह है कि गरीब परिवार को शासन के द्वारा कोई मदद की जाती है या फिर हमेशा की तरह ढिन्होरा पीट कर अपनी खानापूर्ति कर ली जाएगी
यह भी पढ़ें:-
शासन के निचले स्तर पर बैठे कर्मचारियों की वजह से गरीब परिवारों को शासकीय मदद नहीं मिल पाती है। जानकारी के अनुसार आपको बता दें कि सन 2022 में जब सिंध नदी में बाढ़ आई थी तब ग्राम बरहा के कई परिवार बाढ़ के कारण बेघर हो गए थे उनके मकान जमीरोज हो गए थे लेकिन शासन के कर्मचारियों के द्वारा केवल कागजी घोड़ा दौड़ा कर खाना पूर्ति कर ली गई थी लेकिन किसी भी बाढ़ पीड़ित परिवार को शासकीय सहायता नहीं मिल सकी। यहां पर सोचने वाली बात यह है की गरीब कब तक इस प्रकार शासन की योजनाओं से वंचित रहेगा या फिर यूं ही गरीबों की हार्दिक सहायता अमीरों की जेब में जाती रहेगी