भिंड ब्यूरो/अमित सिंह कुशवाह
भिण्ड। जिला रेत के अवैध उत्खनन के लिए हमेशा से ही चर्चा का विषय बना रहता है। कई जनप्रतिनिधियों द्वारा इस अवैध उत्खनन को लेकर आंदोलन किया गया इसके बावजूद रेत का अवैध उत्खनन जिले में रुकने का नाम ही नहीं ले रहा है। सोचने वाली बात यह है कि इन रेत की खदानों के अवैध उत्खनन के अंतर्गत आने वाले थानों से होकर ही रेत से भरे ट्रैक्टर, डंपर, ट्रक सैकड़ों की तादाद में गुजरते हैं । लेकिन थानों में मौजूद थाना प्रभारियों को इस बात की भनक तक नहीं लग पाती है।कारण स्पष्ट है या तो इन थाना प्रभारियों पर किसी जनप्रतिनिधि का दबाव बना रहता है या फिर इन थाना प्रभारियों की सह पर यह रेत का अवैध उत्खनन किया जा रहा है। मजे की बात तो यह है की थाना भारौली,देहात थाना, सिटी कोतवाली भिंड, थाना फूप, और कई अन्य थानों के सामने से अवैध रेत से भरे ओवरलोड ट्रक ट्रैक्टर डंपर बड़ी तादाद में गुजरते हैं। लेकिन थाना प्रभारियों को अवैध रेत से भरे वाहन नजर ही नहीं आते हैं। अगर तीसरी आंख जैसे कि कैमरे खागा ले जाए तो सारी सच्चाई सामने आ जाएगी
पुल की मरम्मत होते ही शुरू हुआ रेत का अवैध कारोबार
बता दें कि विगत काफी दिनों से चंबल का पुल क्षतिग्रस्त हो जाने के कारण उस पर भारी वाहनों का प्रवेश वर्जित कर दिया गया था लेकिन चंबल का पुल की मरम्मत पूर्ण हो जाने के बाद उस पर वाहनों का आवागमन शुरू हो गया है। लेकिन सोचने वाली बात यह है कि उस पर बड़ी तादाद में रेत से भरे ओवरलोड वाहन गुजर रहे हैं जिससे ना सिर्फ फुल दोबारा से क्षतिग्रस्त होने की आशंका बढ़ रही है बल्कि एक बड़े हादसे को दावत दी जा रही है।
फूप सीमा में कार्रवाई के नाम पर की जा रही है खानापूर्ति
बता दें कि कार्यवाही के नाम पर अधिकारियों के द्वारा केवल खानापूर्ति की जा रही है महज दो से तीन ट्रक पकड़ कर कार्यवाही को पूर्ण कर दिया जाता है जबकि एक दिन में सैकड़ों की संख्या में रेत से भरे हुए ट्रक परिवहन करते हैं। यह सभी बहन जिला मुख्यालय की सीमा से होकर गुजरते हैं।जिसमे अनुविभागीय अधिकारी खनिज अधिकारी एवं पुलिस प्रशासन द्वारा सख्ती से कार्यवाही नहीं की जा रही है।नतीजतन सबसे ज्यादा रेत का अवैध उत्खनन अमायन एवं भारोली थाना अंतर्गत किया जाता है।वही अन्य थाने भी इस रेत उत्खनन से वंचित नहीं है।लोगों की माने तो इन थाना प्रभारियों के द्वारा अपने प्राइवेट गुर्गे लगाकर अवैध वसूली की जाती है।इसीलिए थाना प्रभारियों से लेकर आरक्षको तक इन थानों में पोस्टिंग कराने को लेकर होड़ मची रहती है।बता दें कि अवैध खनन को लेकर पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र सिंह चौहान के द्वारा थाना प्रभारियों का फेरबदल भी किया गया लेकिन थाना प्रभारी इन रेत उत्खनन पर कार्रवाई करने में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं।
इनका कहना-
1- भिंड जिले में अवैध रेत का कारोबार फल फूल रहा है इसमें भाजपा के नेता एवं पुलिस के आला अधिकारियों की मिलीभगत है जिसके परिणाम स्वरूप अवैध रेत का कारोबार जिले में रुकने का नाम नहीं ले रहा है जिससे आए दिन हादसे होते रहते हैं
श्री मान सिंह कुशवाह
भिंड कांग्रेस जिला अध्यक्ष
2- भिंड जिले में अगर ओवरलोडिंग वाहनों से अवैध रेत का कारोबार किया जा रहा है तो मेरे द्वारा उचित कार्रवाई की जाएगी
श्री कमलेश कुमार
Bhind Add. SP
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