ग्वालियर 04 अक्टूबर। ग्वालियर हाई कोर्ट में बाबा साहब की मूर्ति स्थापना के लिए सर्वप्रथम माननीय चीफ जस्टिस मध्य प्रदेश को ज्ञापन देने वाले एवं मूर्ति की मांग करने वाले अधिवक्ताओं ने प्रेस वार्ता के माध्यम से ग्वालियर हाई कोर्ट में बाबा साहब की मूर्ति जल्द बिना विलंब के स्थापित करने के लिए माननीय उच्च न्यायालय, मध्य प्रदेश सरकार से अपील की है। जैसा कि आप सबको ज्ञात है फरवरी 2025 में माननीय चीफ जस्टिस मध्य प्रदेश को ज्ञापन प्रेषित किया जाता है ग्वालियर हाई कोर्ट में बाबा साहब मूर्ति की स्थापना की मांग की जाती है जिस ज्ञापन को रिकॉर्ड पर लिया जाता है और मार्च 2025 में हाई कोर्ट का प्रशासनिक आदेश मूर्ति स्थापना के लिए जारी होता है
मूर्ति का काम भी चालू हो जाता है लेकिन कुछ संविधान विरोधी देश विरोधी अधिवक्ताओं के द्वारा मूर्ति का विरोध चालू हो जाता है मूर्ति के समर्थन में आंदोलन करने वाले अधिवक्ता एक बार फिर लामबंद हो रहे हैं क्योंकि मूर्ति स्थापना में विलंब की स्थिति उत्पन्न हो रही है तमाम बार हाई कोर्ट प्रशासन को मध्य प्रदेश सरकार को पत्राचार किए गए लेकिन आज दिनांक तक मूर्ति की स्थापना नहीं हो पाई हमारी मांग है कि जल्द से जल्द मूर्ति की स्थापना की जाए ताकि बाबा साहब के मानने वाले लोगों में रोष खत्म हो सके।
चूंकि हमने मूर्ति के समर्थन में आंदोलन चलाया है हमारा मानना है कि बाबा साहब डॉक्टर अंबेडकर किसी जाति किसी समुदाय किसी धर्म के नहीं है किसी व्यक्ति विशेष के नहीं है वह इस देश की राष्ट्रीय धरोहर का विषय है इसलिए बाबा साहब का अपमान करने वाले लोग देशद्रोही की श्रेणी में आते हैं ऐसे लोगों पर भी कार्यवाही सुनिश्चित होना चाहिए।इस प्रेस वार्ता के माध्यम से हम आगे की रणनीति भी साझा कर रहे हैं *एड विश्वजीत रतौनिया* ने कहा कि हम मूर्ति स्थापना के लिए ग्वालियर हाईकोर्ट के माननीय प्रशासनिक न्यायमूर्ति से भी मुलाकात करेंगे, हम मध्य प्रदेश और देश के माननीय मुख्य न्यायाधीश से भी मुलाकात करेंगे, इस पूरे मसले को हम जल्द एक बार फिर बड़े आंदोलन में तब्दील करेंगे संवैधानिक तरीके से मूर्ति स्थापना के लिए मांग करेंगे मूर्ति स्थापना के मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के आदेश को लागू करवाने के लिए काम करेंगे।
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इसी के साथ *एड धर्मेंद्र कुशवाह* ने कहा कि बाबा साहब के खिलाफ अभद्र भाषा का उपयोग करने वाले संत आनंद स्वरूप के खिलाफ एफ आई आर दर्ज की जाए और अभी हाल ही में आनंद स्वरूप ने आरक्षण एवं एस सी, एस टी, ओ बी सी के खिलाफ और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के खिलाफ भी अभद्र भाषा का उपयोग करने का काम किया है जबकि इनका ग्वालियर और मध्य प्रदेश से कोई लेना देना नहीं हैं इसलिए जरूरी है इनके खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज की जाए। इस प्रेस वार्ता को मुख्य रूप से एड धर्मेंद्र कुशवाह, एड विश्वजीत रतौनिया ने संबोधित किया।
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इस प्रेस वार्ता में एड धर्मेंद्र कुशवाह एवं एड विश्वजीत रतौनिया के साथ ग्वालियर हाईकोर्ट बार के उपाध्यक्ष एड सरनाम सिंह कुशवाह,विष्णु कांत शर्मा,एड आकाश वर्मा,एड श्याम छैया,एड राहुल तित्तल, रविंद्र गुर्जर, आदि लोग मौजूद थे