भिंड एसपी शैलेंद्र सिंह चौहान ने जानकारी देते हुए बताया कि बीते 10 अक्टूबर को दसवीं में पढ़ने वाली पंद्रह वर्षीय छात्रा सुबह के समय स्कूल के लिए निकली थी। छात्रा, जब स्कूल से वापस नहीं लौटी तो परिजनों ने जानकारी जुटाई। छात्रा स्कूल में भी अनुपस्थित थी। परिजनों की सूचना पर उमरी थाना में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की गई थी। इसके बाद छात्रा का शव 23 अक्टूबर रविवार की सुबह गांव से दूर बाजरे के खेत में मिला था। इस दौरान छात्रा की साइकिल भी पुलिस ने बरामद की थी। पुलिस ने इस हत्याकांड को चुनौती के रूप में लिया था। इसके लिए अलग-अलग पांच टीमें बनाई गई थीं। पूछताछ के लिए कई लोगों को उठाया गया। इस हत्याकांड की जब कड़ियों को जोड़ा गया तो मृतिका के पड़ोसी किशोर पर शक गहराया।
लंबे समय से थी नजर
पुलिस को जब मृतिका के पड़ोस में रहने वाला गांव का युवक जोकि रिश्ते में चाचा लगता था जब उस से पूछताछ की तो पुलिस को उसने उलझाने की कोशिश की परंतु पुलिस के सामने ज्यादा समय तक नहीं टिक सका। पुलिस ने जब सख्ती से पूछताछ की तो उसने सारी सच्चाई बता दी। आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसकी नजर छात्रा पर लंबे समय से थी। जब वो स्कूल के लिए तैयार होकर निकल रही थी। वो साइकिल में हवा भर रही थी, तभी आरोपी घर से चारा लेने के बहाने पहले निकल गया। वो रास्ते में छिपकर खड़ा हो गया। जैसे ही छात्रा निकली उसने पीछे से गले में दुपट्टा का फंदा डालकर बाजरे के खेत में ले गया। यहां उसने छात्रा के साथ गंदी हरकत की। फिर उसे अपने द्वारा किए गए जुर्म पकड़े जाने के डर से दूसरा जुर्म कर देता है। इसी समय आरोपी ने गला घोंटकर हत्या कर दी। आरोपी ने रास्ते में पड़ी साइकिल को दूर जाकर छिपा दी
हत्या के बाद आरोपी परिवार के साथ रहा
हत्याकांड के बाद जब शाम को छात्रा वापस नहीं आई तो परिवार के साथ पड़ोसी की छात्रा को ढूंढने के लिए झूठा नाटक करता रहा। हत्याकांड के बाद भी आरोपी परिवार के साथ पूरे समय रहा। वो भी थाने के घेराव से लेकर सड़क पर चक्काजाम में शामिल रहा।
अहम भूमिका रही
थाना प्रभारी उमरी मनोज सिंह राजपुत, उप निरीक्षक विजय शिवहरे, उप निरीक्षक मलखान सिंह परिहार, उप निरीक्षक पूजा दौहरे उप निरीक्षक फिंगर प्रिन्ट मुनेन्द्र सिंह राठौर, उप निरीक्षक दीपेन्द्र यादव, उनि शिवप्रताप सिंह कुशवाह, सउनि सत्यवीर सिंह उप निरीक्षक कमलकांन्त दूवें, सउनि रघुराज सिंह तोमर, लोकेन्द्र सिंह तोमर, आत्माराम सिंह प्रधान आरक्षक मनीष सिंह भदौरिया प्रधान आरक्षक महेश साईवर रौल, प्रधान आरक्षक राहूल तोमर, प्रधान आरक्षक विनोद चौहान, प्रधान आरक्षक आशीष तिवारी, प्रधान आरक्षक त्रिवेन्द्र, मयंक दूबे शिवकुमार दुबे, उमरदराज खॉन, राजवीर सिंह यादव, आरक्षक संतोष जाट, आलेश प्रताप भानू, यशवेन्द्र महिला आरक्षक लक्ष्मी देवी शामिल हैं।
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