दतिया ब्यूरो-रहमत खान की रिपोर्ट
गौवंश की हो रही दुर्दशा के संदर्भ मै दतिया कलेक्टर ने नहीं दिया संतोषजनक जवाब
दतिया। आपको जानकर हैरानी होगी कि जब से केंद्र मै बीजेपी सरकार आई है, तब से चपरासी से लेकर अधिकारी आम लोगों की जन समस्याओं को नजरअंदाज करते नजर आ रहे हैं। तमाम पीड़ित लोग आम समस्याओं/ जन समस्याओं लेकर काफी पीड़ित देखने को मिल रहे है। क्योंकि चपरासी से लेकर अधिकारी तक आम लोगों के सामने तानाशाही एवं हिटलर शाही रवैया अपनाए हुए बैठे हैं। क्योंकि ऐसे कर्मचारियों अधिकारियों पर सत्ताधारी नेताओं का संरक्षण प्राप्त है। मैं आपको वर्तमान दतिया जिले के बारे में बता रहा हूं, दतिया जिले में अधिकतर अधिकारी वर्ग चपरासी से लेकर अधिकारियों तक कई सालों तक तबादला ही नहीं होताहै। इसी में अगर इनके ऊपर कोई आरोप सिद्ध पाया गया तो जिलाधीश महोदय दतिया एकतरफा कार्रवाई करते हैं।
लॉकडाउन के समय एक टीचर क्वॉरेंटाइन सब्जी खरीदने जाता है तो उसे सस्पेंड कर दीया गया। उसी पीरियड में एक तहसीलदार क्वॉरेंटाइन होकर इंदरगढ़ नीखरा मार्केट पर कार्रवाई करते हैं। तहसीलदार सुनील भदौरिया। मीडिया द्वारा कलेक्टर महोदय से इस संबंध में बात की गई तो उन्होंने कोई जवाब भी नहीं दिया, और तहसीलदार महोदय पर आज तक कोई कार्यवाही नहीं की गई। ऐसे अनेकों केस देखने को मिलते हैं वर्तमान में दतिया जिले की अनगिनत समस्याएं कलेक्टर महोदय दतिया हर मंगलवार को पहुंचती, सोमवार को दतिया में कलेक्टर महोदय के समक्ष टीएल बैठक की जाती है जिसमें सारे अधिकारी दतिया जिले के उपस्थित होते हैं फिर भी कलेक्टर संजय कुमार के समक्ष मंगलवार को इतनी समस्याओं के अंबार लग जाते हैं लेकिन कलेक्टर महोदय इस बात को नहीं समझ पाते 1 दिन पहले सोमवार को टीएल बैठक में अधिकारियों को सख्त हिदायत दी थी दूसरे दिन मंगलवार को मेरे समक्ष इतने समस्याएं खड़ी क्यों हैं
अभी वर्तमान समय में दतिया जिले में हर तहसील में हर नगर में 1 महीने से लगातार काफी संख्या में गौवंश भूख बीमारी एवं सर्दी के कारण से मरती हुई देखने को मिल रही इसी संबंध में मुझे जानकारी मिली दतिया कलेक्टर संजय कुमार गौवंश बोर्ड के अध्यक्ष हैं, तो मैंने उनसे फोन पर बात की उनका जवाब गैर जिम्मेदार बयान देते हुए नजर आए अपने तमाम जिम्मेदारियों भूल कर मीडिया कर्मी को गलत साबित करने लगे।कलेक्टर महोदय फोन रिसीव करते ही मीडिया द्वारा समस्या का शुरू में कई बार उल्लेख किया लेकिन अंजान बने रहे मीडिया के द्वारा उसी बात को बार-बार रिपीट करने से कलेक्टर महोदय का जवाब गोलमोल देते हुए नजर आए एवं समस्याएं कभी खत्म नहीं होगी। मीडिया द्वारा पूछा गया सर शासन प्रशासन की तरफ से क्या कार्रवाई की जा रही हैं तो शासन प्रशासन की कार्रवाई न बताते हुए सामाजिक समस्या का उल्लेख किया गया एवं समाज के लोग ही इस समस्या का समाधान कर सकते हैं मैं कुछ नहीं कर सकता
यह भी पढ़ें:-
दबंग सरपंच एवं लहार पुलिस ने मिलकर वृद्ध को पीटा,वृद्ध की हालत नाजुक
विवाहिता के साथ गांव के युवक ने किया दुष्कर्म, पुलिस की कार्रवाई पर उठते सवाल