गोहद में वेशली नदी पर बने जर्जर पुल की मरम्मत कार्य को लेकर टेंडर प्रक्रिया हुए 6 माह बीत जाने बाद भी कार्य नहीं हुआ पूर्ण
ओवरलोड वाहन निकलने से नया पुल भी हो सकता क्षतिग्रस्त
गोहद/ भिंड। नगर में बेसली नदी पर बने मध्यप्रदेश सेतु विकास निगम के जर्जर पुल की मरम्मत के कार्य को लगभग 6 माह बीतने के बाद भी कार्य पूर्ण नहीं हो सका हैऔर यह मार्ग आज भी आवागमन के लिए पिछले 2 वर्ष से पूर्ण रूप से प्रतिबंधित है।
यहां आपको बता दें मध्य प्रदेश लोक निर्माण विभाग के हेतु निगम ने इस जर्जर पुल की मरम्मत का कार्य करने के लिए ए एस कंस्ट्रक्शन कंपनी ग्वालियर को इस वर्ष जून माह के अंत में 55 लाख रुपए की लागत से मरम्मत कार्य का टेंडर दिया गया था और ठेकेदार द्वारा इस मरम्मत कार्य को 6 माह के अन्दर पूर्ण करना था लेकिन 6 माह बीतने के बाद भी इस क्षतिग्रस्त पुल के ऊपर से सिल्ट की खुदाई का कार्य अभी तक नहीं हुआ है इस संबंध में अनुविभागीय अधिकारी सेतु निगम से जानकारी ली गई तो उनका कहना है कि यह बात सत्य है कि जर्जर पुल के मरम्मत का काम 1 वर्ष पहले ही स्वीकृत हुआ था लेकिन एजेंसी धीमी गति से कार्य कर रही है इसको लेकर उसे नोटिस दिए गए हैं
वहीं दूसरी तरफ वैशली नदी पर बने नव निर्माण पुल से लगातार आवागमन किया जा रहा है जिस पर क्षमता से अधिक ओवरलोड वाहनों के निकलने से नया पुल भी कभी भी क्षतिग्रस्त हो सकता है साथ ही नगर के प्रमुख मार्ग
से आवागमन में वाहन चालकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
इनका कहना:-
1- पिछले 2 वर्ष से लगातार इस क्षतिग्रस्त पुल को लेकर गोहद एसडीएम से लेकर भिंड कलेक्टर तक ज्ञापन के माध्यम से अवगत करा चुका लेकिन मरम्मत कार्य में हर बार लापरवाही बरती जा रही है अगर समय रहते कार्य पूर्ण नहीं हुआ तो नवनिर्वाचित विधायक के माध्यम से विधानसभा में आवाज उठवाऊंगा
राजेंद्र सिंह परिहार जिला सचिव कांग्रेस पार्टी भिंड
2- जर्जर पुल के मरम्मत का कार्य 1 वर्ष पहले ही कराए जाना स्वीकृत हुआ था। एजेंसी धीमी गति से कार्य कर रही है। इसको लेकर उसे नोटिस दिए गए हैं। लगभग 50 लाख रुपए की लागत से पुल की मरम्मत का टेंडर हुआ है। टेक्निकल एक्सपर्ट के सहयोग से कार्य कराया जा रहा है।
देवेंद्र सिंह चौहान अनुविभागीय अधिकारी सेतु निगम
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