अनुग्रह सहायता राशि पाने के लिए दर-दर भटक रही, वेवा शिमला बंशकार
इंदरगढ़/दतिया। मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार गरीब मजदूरों को आर्थिक सहायता पहुंचाने के उद्देश्य कई प्रकार की योजनाएं संचालित कर रही है। उन्हीं योजनाओं में से संबल योजना एक महत्वपूर्ण योजना है। संबल योजना में पंजीकृत मजदूर कि यदि मृत्यु हो जाती है तो उसके परिजनों को अंत्येष्टि सहायता ₹ 5000 एवं अनुग्रह सहायता राशि ₹ 200000 व ₹400000 सरकार की तरफ से सहायता मिलती है। जिससे मजदूर के परिवार को कुछ सहायता मिल जाती है। उसकी कुछ आवश्यकताएं पूर्ण हो जाती हैं। “संबल योजना” में पंजीकृत मजदूर की यदि सामान्य मृत्यु होती है तो ₹200000 एवं दुर्घटना में मृत्यु होती है तो ₹400000 सरकार सहायता के रूप में देती है। लेकिन सरकार की महत्वपूर्ण “संबल योजना” की जनपद स्तर पर बैठे कुछ अधिकारी कर्मचारियों की वजह से धज्जियां उड़ती नजर आ रही है।
आपको बता दें कि दतिया जिले की जनपद पंचायत सेवड़ा के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत देलुआ मै वेवा शिमला बंशकार “संबल योजना” का लाभ पाने के लिए दर-दर भटकने को मजबूर है। ग्राम पंचायत देलुआ के आनंदपुर निवासी वेवा शिमला बंशकार “संबल योजना” के तहत मिलने वाली दो लाख की सहायता राशि से वंचित दो साल से यह आस लगाए बैठी हैं के मुझे अब पैसे मिलेंगे भी या नहीं। आपको बता दे कि वेवा शिमला बंशकार के पति दो साल पहले खत्म हो गए थे उसके बाद संबल योजना से मिलने वाली सहायता राशि ₹20000 रुपए मिलना है जो अभी तक नहीं मिली
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