नई दिल्ली – दिल्ली सरकार के कथित आबकारी घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई जारी है। दिल्ली के डिप्टी सीएम रहे मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद अब प्रवर्तन निदेशालय ने हैदराबाद के अरुण रामचंद्रा पिल्लई नाम के शख्स को गिरफ्तार किया है। दिल्ली सरकार के कथित आबकारी घोटाला मामले में यह 11वीं गिरफ्तारी की गई है। आम आदमी पार्टी (आप) के नेता मनीष सिसोदिया को भी दिल्ली सरकार के कथित आबकारी घोटाला मामले में 20 मार्च तक न्यायिक हिरासत में दिल्ली की तिहाड़ जेल भेजा गया है।
दिल्ली की एक अदालत ने आबकारी घोटाला मामले में सोमवार को दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को 20 मार्च तक न्यायिक हिरासत में भेजे जाने का आदेश दिया। सीबीआई ने अदालत से कहा कि उसे आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता सिसोदिया की हिरासत की अब जरूरत नहीं है। सिसोदिया को विशेष न्यायाधीश एम के नागपाल की कोर्ट में पेश किया गया था। आप नेता को पूछताछ के लिए पहले पांच दिन और बाद में दो दिन के लिये सीबीआई की हिरासत में सौंपा गया था। यह अवधि समाप्त होने के बाद सिसोदिया को अदालत में पेश किया गया था। इससे पहले सोमवार को दिल्ली की एक अदालत ने कथित दिल्ली आबकारी नीति घोटाले से जुड़े भ्रष्टाचार के एक मामले में हैदराबाद के चार्टर्ड अकाउंटेंट बुचिबाबू गोरांतला को सोमवार को जमानत दी।
गोरांतला भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की विधान परिषद सदस्य के. कविता के पूर्व चार्टर्ड अकाउंटेंट बताए जाते हैं। कविता तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की बेटी हैं। आम आदमी पार्टी (आप) के नेता मनीष सिसोदिया को भी इस मामले में 20 मार्च तक न्यायिक हिरासत में भेजने वाले विशेष न्यायाधीश एम।के। नागपाल ने गोरांतला को अपना पासपोर्ट जमा करने और सबूतों से छेड़छाड़ या गवाहों को प्रभावित नहीं करने का निर्देश दिया। सीबीआई ने दिल्ली आबकारी नीति 2021-22 बनाने और इसके कार्यान्वयन में कथित भ्रष्टाचार के सिलसिले में गोरांतला को सात फरवरी को गिरफ्तार किया था।