भोपाल। मध्य प्रदेश के मंडला जिले में में आदिवासी पति-पत्नी और बच्ची की नृशंस हत्या की घटना पर नेता प्रतिपक्ष डाक्टर गोविन्द सिंह ने से की नाकामी बताते हुए गृहमंत्री से इस्तीफा मांगा है। उन्होंने कहा कि यह घटना कितनी दर्दनाक है इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि हमलावर महिला का सिर धड़ से काटकर ले गए।
उल्लेखनीय है कि घटना मोहगांव इलाके के पातादेई गांव की है। जब आदिवासी परिवार के तीनों सदस्य घर की छत पर सो रहे थे। मृतकों में नर्मद सिंह (62 वर्ष), पत्नी सुकरती बाई (57 वर्ष) और कुमारी महिमा (12 वर्ष) शामिल हैं। नेता प्रतिपक्ष डाक्टर गोविन्द सिंह ने कहा कि मप्र में बढ़ते हुए अपराध और विशेषकर अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति परिवारों पर बढ़ते अन्याय और अत्याचार को देखते हुए गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा को त्याग पत्र दे देना चाहिए?
उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में अपराधी खुले आम घमते हैं, लोगों की शिकायतें रहती हैं, पुलिस और अपराधी को कोई फ़र्क नहीं होता, कानून व्यवस्था अराजक हो गई है, जगह जगह अपराध बढ़ रहे हैं। पुलिस कोई काम नहीं कर रही है, जुआ सट्टा रेत शराब माफ़िया राज चरम पर है। सरकार और अपराधी मस्त है, जनता परेशान है प्रताड़ित है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि एक के बाद एक प्रदेश में अपराधों का ग्राफ बढ़ता जा रहा है। डॉक्टर गोविंद सिंह ने गुना जिले की घटना के बाद इस घटना के घटित होने पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से आग्रह किया कि कानून व्यवस्था पर नियंत्रण रख पाने में नाकाम रहे गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा को तत्काल मंत्रिमंडल से बर्खाश्त करें। यह राजनैतिक निर्लज्जता और अहंकार का द्योतक है। शिवराज सरकार में जिस तरह आपराधिक घटनाओं में बढ़ोतरी हो रही है उसमें पुलिस भी सुरक्षित नहीं है।