छिकाऊ पंचायत सचिव का कारनामा,₹ 500 से ₹10,000 दो और योजनाओं का लाभ लो
पंचायत सचिव मंसाराम को रिश्वत नहीं दी, तो बंद करा दिया खाद्यान्न
इंदरगढ़। दतिया जिले की जनपद पंचायत सेवड़ा कीं ग्राम पंचायतें किसी न किसी भ्रष्टाचार को लेकर किसी न किसी मीडिया की हेडिंग वन जाती है। जनपद सेवड़ा की ग्राम पंचायत छिकाऊ का एक ऐसा मामला निकल के सामने आ रहा है जिसमें पंचायत सचिव मंसाराम की दबंगई एवं रिश्वतखोरी से परेशान ग्राम वासियों ने कलेक्टर महोदय दतिया के यहां न्याय के लिए गुहार लगाई।
ग्रामीणों के द्वारा कलेक्टर महोदय को दिए गए आवेदन में बताया गया है कि ग्राम पंचायत छिकाउ में निवास करने वाले अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के करीब 40 से 50 परिवारों कि खाद्यान्न पर्ची को बिना किसी सत्यापन के निरस्त कर दी गई है। जिस कारण से करीब दो माह से राशन नहीं मिल रहा है। जिसके सम्बंध में जब पंचायत सचिव मशाराम प्रजापति को बोला तो सचिव महोदय के द्वारा कहा गया कि समय मिलेगा तो देख लेगे और फिर पुन बोलने पर सचिव के द्वारा 500-500 रूपये कि माँग की गई, कहा गया पैसे देने के बाद सत्यापन कर दिया जायेगआ। ग्राम वासियों के द्वारा कलेक्टर महोदय को दिए गए आवेदन की सत्यता जानने के लिए जब हमारे द्वारा ग्राम पंचायत छिकाऊ में जाकर देखा गया तो बहुत सारी अनियमितताएं सामने आ गई। कई ग्राम वासियों ने बताया कि पंचायत सचिव मंसाराम को जो व्यक्ति सेवा शुल्क के रूप में ₹10000 दे देता है उसको योजनाओं का लाभ मिलना चालू हो जाता है चाहे वो आवास योजना ही क्यों न हो अन्यथा की स्थिति में सचिव मंसाराम, शासन की योजनाओं का लाभ नहीं मिलने देता है
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