दतिया ब्यूरो-रहमत खान की रिपोर्ट
लाखों की लागत से बने पंचायत भवन में आवारा पशुओं का राज
पंचायत भवन की हालत ऐसी है तो ग्राम पंचायत का क्या होगा हाल ?
दतिया। मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार ग्राम पंचायतों के विकास के लिए दोनों हाथों से राशि भेजने का कार्य कर रही है, लेकिन कुछ सरपंच सचिवों की लाचार व्यवस्थाओं के कारण शिवराज सरकार की ग्राम पंचायतों को स्मार्ट ग्राम पंचायतें बनाने का सपना सपना ही रह जाएगा। क्योंकि ग्राम प्रधानों को स्मार्ट पंचायत बनाने से कोई लेना-देना नहीं है, वह तो सिर्फ अपना रुतबा दिखाने में ही भलाई समझते हैं।
आपको बता दें कि जिला दतिया की जनपद पंचायत सेवड़ा के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत खैरोना मैं लाखों रुपए की लागत से पंचायत भवन बनवाया गया था। लेकिन उस पंचायत भवन में पंचायत के अधिकारी कर्मचारी नहीं बैठते हैं वहां तो सिर्फ आवारा पशुओं का राज रहता है। हमारे दतिया ब्यूरो रहमत खान के द्वारा ग्राम पंचायत खैरोना जाकर देखा गया तो सबसे पहले ग्राम पंचायत का कार्यालय पंचायत भवन पर नजर पड़ी, उन्होंने पंचायत भवन के अंदर देखा तो पाया की भवन में न ही कोई कुर्सी है और न ही पीने के पानी की व्यवस्था। भवन मैं कोई भी ऐसी वस्तु नहीं देखीं जिससे यह अनुमान लगाया जा सके कि पंचायत भवन मैं पंचायत कर्मचारी बैठते हैं। ग्राम पंचायत के सरपंच सचिव यदि पंचायत भवन में बैठकर शासकीय कार्य नहीं करते हैं तो फिर कहां से पंचायत का संचालन किया जा रहा है
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पंचायत भवन की हालत खस्ता, तो फिर ग्राम पंचायत का क्या होगा हाल
ग्राम पंचायत खैरोना के विकास कार्यों का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है की ग्राम पंचायत में बने पंचायत भवन की हालत ऐसी है कि आवारा पशुओं का राज है, तो सोचो पंचायत के जिम्मेदार लोग पंचायत का विकास क्या कराएंगे
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