चंबल आचरण
ग्वालियर/ गिर्राज रजक
ग्वालियर 04 सितंबर 21। मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार हमेशा किसान हितों की बात करती है तो वहीं दूसरी तरफ भोले-भाले किसानों की जमीन पर कुछ दबंगों के द्वारा धोखाधड़ी कर कब्जा कर लिया जाता है और किसान जिसकी फरियाद स्थानीय शासन प्रशासन से करता है तो उसकी कोई सुनवाई नहीं होती है
आपको बता दें कि ग्वालियर जिले की चीनोर तहसील के किसान बृजमोहन पुत्र नेकीराम निवासी अमरोल, हरदीप गुर्जर एवं सत्य प्रकाश गुर्जर की जमीन बटाई पर लिए हुए थे जिससे बृजमोहन रावत एवं हरदीप व सत्य प्रकाश में घरेलू संबंध बन गए थे बृजमोहन रावत पर बैंक का कुछ कर्ज था जिसको उतारने के लिए वह है कर्ज लेने के लिए गांव में एक दो व्यक्तियों के पास गया जिसकी जानकारी हरदीप एवं सत्य प्रकाश को लगी तो वह किसान बृजमोहन के पास पहुंचे और बोले कि चाचा हम आपको कर्जा दे रहे हैं लेकिन उसके एवज में आपको हमें अपनी जमीन नाम करनी होगी जिस पर बृजमोहन राजी हो गया और विधिवत रूप से रजिस्टार ऑफिस जाकर रजिस्ट्री भी बृजमोहन पुत्र नेकीराम के द्वारा विक्रय की गई
जब हरदीप गुर्जर पुत्र राम लखन सिंह व सत्य प्रकाश गुर्जर पुत्र बेताल सिंह से उक्त विक्रय जमीन की धनराशि मांगी तो हरदीप सिंह व पिता राम लखन गुर्जर द्वारा कहा गया कि चाचा घर पर जाकर हम तुम्हें पूरे रुपए दे देते हैं लेकिन हरदीप गुर्जर के द्वारा ऐसा नहीं किया गया बृजमोहन के बार बार कहने पर भी हरदीप व उसके पिता राम लखन गुर्जर और सत्य प्रकाश गुर्जर द्वारा उक्त विक्रय जमीन का मूलधन नहीं दिया गया जिससे दुखी किसान के द्वारा स्थानीय प्रशासन से न्याय हेतु गुहार लगाई लेकिन आज दिनांक तक स्थानीय प्रशासन के द्वारा कोई सुनवाई नहीं की गई है