ग्वालियर 10 अक्टूबर। मध्य प्रदेश में मोहन सरकार की पुलिस का आजकल एक दूसरा ही रूप देखने को मिल रहा है, चाहे आम जनता हो या फिर चौथा स्तंभ कहे जाने वाले पत्रकार मोहन की पुलिस गुंडागिरी पर उतारू हो चुकी है
आपको बता दें कि ग्वालियर के एक व्यापारी की दुकान से गायब हुए रुपए की जानकारी लेने के लिए पत्रकार सोमेश शर्मा, राघव अग्रवाल, एवं यश सिकरवार जब इंदरगंज थाने पहुंचे तो वहां पर पुलिस का एक अलग ही रूप देखने को मिला।
इंदरगंज थाने में पदस्थ हेड कांस्टेबल शिव सिंह तोमर के द्वारा पत्रकारों के साथ बदसलूकी करते हुए उनका मोबाइल छीन लिया
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यहां पर सोचने वाली बात यह है कि आखिर मोहन सरकार की पुलिस को यह अधिकार किसने दे दिए कि चौथा स्तंभ कहे जाने वाले पत्रकारों के साथ अभद्रता करने का।..
वही ग्वालियर के पत्रकारों के द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों से न्याय के लिए गुहार लगाई गई है।
अब देखना यह है कि प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी क्या पत्रकारों को न्याय दिलाते हैं या फिर वह भी राजनीतिक दबाव के चलते शांत बैठे नजर आएंगे।