दतिया ब्यूरो-रहमत खान की रिपोर्ट
स्व सहायता समूह का खाना बनाने वाली महिलाओं ने अपनी मांगों को लेकर दिया ज्ञापन
दतिया। दतिया जिले से ऐसी खबर निकल के सामने आ रही है जिसमें शिवराज सरकार की विकास यात्रा की पोल खोलती हुई नजर आ रही है। एक ओर शिवराज सरकार विकास यात्रा निकालकर अपनी उपलब्धियां गिना रही है तो दूसरी ओर प्रदेश की जनता त्राहि-त्राहि कर रही है क्योंकि इन दिनों जिले के प्रशासनिक मुखिया कलेक्टर महोदय, जी जान से भाजपा पार्टी का प्रचार करने में लगे हुए हैं। श्रीमान के द्वारा हर विभाग के निम्न कर्मचारी से लेकर उच्च अधिकारियों को विकास यात्रा में लगा दिये गए है, तो वही शासकीय कार्यालयों में काम बंद है। जब कोई आम व्यक्ति अपनी समस्याएं लेकर शासकीय कार्यालयों में जाता है तो वहां पर एक ही जवाब मिलता है कि अभी विकास यात्रा चल रही है कार्यालय में कोई नहीं है
आपको बता दें कि जिला के इंदरगढ़ मै “प्रांतीय महिला स्व सहायता समूह महासंघ” के द्वारा अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन देना था, लेकिन जब महिलाएं तहसील कार्यालय पहुंची तो वहां पता चला की श्रीमान तहसीलदार महोदय कलेक्टर के निर्देशानुसार विकास यात्रा में लगे हुए हैं। आपको अवगत करा देगी स्व सहायता समूह कि जो महिलाएं स्कूलों में खाना बनाती हैं उन्हें मानदेय के रूप में ₹2000 दिए जा रहे हैं लेकिन महंगाई के इस दौर में ₹2000 मैं अपना परिवार चलाना बहुत ही मुश्किल हो रहा है।
इसलिए समूह की महिलाओं द्वारा मानदेय को ₹6000 कराने के उद्देश्य “प्रांतीय महिला स्व सहायता समूह महासंघ” के बैनर तले सैकड़ों महिलाएं एकत्रित होकर ज्ञापन देने के लिए तहसीलदार महोदय इंदरगढ़ के कार्यालय पहुंची, लेकिन श्रीमान इस समय भाजपा की विकास यात्रा में व्यस्त होने के कारण कार्यालय में उपस्थित नहीं थे। जिससे महिलाएं निराश होकर अपने घर वापस लौट आई।
अब यहां सोचने वाली बात यह है कि प्रदेश सरकार की विकास यात्रा प्रदेशवासियों को क्या संदेश देना चाह रही है, क्योंकि जिस दिन से विकास यात्रा शुरू हुई है उन्हीं दिनों से आम जनता को शासकीय कार्यालयों से खाली हाथ लौट कर घर आना पड़ रहा है। क्या यही विकास हो रहा है प्रदेश सरकार के द्वारा
यह भी पढ़ें:-
इंदरगढ़ मै “अंधेर नगरी चौपट राजा”कहावत सहकार हो रही है क्या ?
इंदरगढ़ विद्युत विभाग के अधिकारी की दबंगई, उन लोगों के भी मीटर कनेक्शन काटे जो नियमत भर रहे हैं बिल