सफेद दाग कुष्ठ रोग नहीं होता – स्पर्श कुष्ठ जरूरत अभियान 30 जनवरी से प्रारंभ
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मनीष शर्मा ने बताया कि महात्मा गांधी जी की पुण्यतिथि पर प्रतिवर्ष मनाया जाने वाला स्पर्श कुष्ठ जागरूकता अभियान पूरे ग्वालियर जिले में 30 जनवरी से 13 फरवरी 2023 तक चलाया जाएगा ग्वालियर जिले में प्रतिवर्ष 130 से 140 नये कुष्ठ रोगी पाए जाते हैं जिसमें से 2 से 3 कुष्ठ रोगी मे विकृति पाई जाती है इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य ग्वालियर जिले को कुष्ठ रोग के भय भ्रम को मिटाना है तथा लोगों में इसके प्रति जागरूकता लाना है देखने में आया है कि कई लोग सफेद दाग को कुष्ठ रोग मानते हैं जो कि एकदम गलत है सफेद दाग कुष्ठ रोग नहीं होता है क्योंकि यह किसी जीवाणु से नहीं होता जबकि कुष्ठ रोग एक माइकोबैक्टेरियम लेप्री नामक जीवाणु से होता है जो बहुत ही कम रोग प्रतिरोधक क्षमता रखने वाले मनुष्य में होने की संभावना होती है इस रोग में एमडीटी दवा दी जाती है जिसकी एक खुराक से ही 99% शरीर में मौजूद जीवाणु नष्ट हो जाते हैं लेकिन बाकी जीवाणुओं को नष्ट करने के लिए 6 माह से 1 वर्ष एमडीटी की दवा लेनी होती है जोकि पूर्णता सुरक्षित दवा है इस रोग के प्रारंभिक लक्षण दिखते ही उपचार लेने से यह रोग बिना किसी विकृति के पूर्ण रूप से ठीक हो जाता है मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी मनीष शर्मा ने शहरवासियों से अपील की है कि कुष्ठ रोग के निम्न प्रारंभिक लक्षण देखते ही अपने नजदीक के स्वास्थ्य केंद्र पर तुरंत संपर्क करें वहाँ इसका निशुल्क एमडीटी उपचार लेकर ग्वालियर जिले को कुष्ठ मुक्त करने में अपना सहयोग प्रदान करें इसके प्रारंभिक लक्षण इस प्रकार हैं
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शरीर के किसी भी भाग पर त्वचा के रंग से हल्का रंग का दाग या गुलाबी रंग का दाग हो जिसमें सुनपन निश्चित तोर से हो उस दाग में खुजली न होती हो पसीना ना आता हो, वहां दाग सुखा- सुखा सा रहता हो, आंखों के ऊपर बैंह के बाल झड़ गए हो, कान के ऊपर गठाने हो रही हो, हथेली या पंजों में सुन्नपन बना रहा हो जिसकी वजह से चीजें हाथ से छूट जाती हो चलते चलते पैरों से चप्पल निकल जाती हो या हथेली या पंजों में घाव हो जिसमें दर्द ना होता हो, इस रोग से पीड़ित किसी व्यक्ति ने यदि देर से चिकित्सा प्रारंभ की हो इस कारण उंगलियां टेढ़ी हो गई हो, आंखें बंद करने पर भी पलके खुली होती हो, या किसी की नाक चपटी हो गई हो ऐसे रोगियों को ठीक करने के लिए जिले में पुनः शल्यक्रिया की व्यवस्था भी जिला चिकित्सालय में है, जिला कुष्ठ अधिकारी डॉ विनोद दोनेरिया ने शहरवासियों से अपील की है कि इस दौरान जिले में स्वास्थ्य कार्यकर्ता घर घर जाकर दाग धब्बों की जांच करेंगे आप सभी इसमें अपना सहयोग प्रदान करें ग्वालियर को कुष्ठ मुक्त करने में सहयोग प्रदान करें
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