आज भी जवासा गाँव में नही बन पाया मुक्तिधाम,बरसात में दाहसंस्कार के लिए परेशान हो रहे लोग
घंटो इंतजार करने के बाद बरसात में तिरपाल लगाकर किया गया बृद्ध का अंतिम संस्कार
भिण्ड 13 सितम्बर। जिले में एक ऐसा गांव भी है जहां पर आज तक मुक्तिधाम नहीं बन सका है. जिसके चलते यहां के लोगों को अच्छी खासी परेशानी उठानी पड़ती है।इतना ही नहीं सबसे ज्यादा परेशानी इन्हें बरसात के मौसम में होती है, जब बारिश से शव पूरी तरह से भीग जाता है. मुक्तिधाम नहीं होने के चलते लोगों को खुले आसमान के नीचे दाह संस्कार करने को मजबूर होना पड़ता है।बारिश के समय में लोगों को कई घंटों तक बारिश बंद होने का इंतजार करना पड़ता है।अगर बारिश न रुके तो तिरपाल लगाकर अंतिम संस्कार करना पड़ता है या फिर जब बारिश बंद होती है, तब कहीं जाकर दाह संस्कार की क्रिया हो पाती है.अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मरने के बाद भी मुक्ति के लिए तरसना पड़ता है।
बता दें कि यह पूरा मामला भिण्ड जिला मुख्यालय से महज 10 किलोमीटर की दूरी पर बसे ग्राम पंचायत जवासा गांव का है।यह एक ऐसा अभागा गांव है, जिसमें अभी तक मुक्तिधाम जैसी बुनियादी सुविधा नहीं है।यहां पर लोगों के मरने के बाद उनका अंतिम संस्कार करने में तरह-तरह की परेशानी होती है. यहां मुक्तिधाम नहीं होने से यहां के लोग अपने-अपने खेतों और अपने-अपने मोहल्लों में समाजवार तरीके से अन्तिम संस्कार करते हैं. यहां के निवासी जयपाल सिंह का कहना है कि मुक्तिधाम न होने से बहुत समस्या होती है. लोगों को खुले आसमान के नीचे दाह संस्कार करने को मजबूर होना पड़ता है और बारिश के मौसम में बहुत ज्यादा समस्या का सामना करना पड़ता है।दाह संस्कार करने से पहले ही शव पानी से गीला हो जाता है. जिससे घंटों मशक्कत करनी पड़ती है।तब कही जाकर अंतिम संस्कार हो पाता हैं।बता दें कि देश के हर गांव में भारत सरकार और प्रदेश सरकार के अनुदान से मुक्तिधाम बनाये जाते हैं. इसके साथ ही गार्डन भी लगाए जाते हैं. लेकिन,जवासा गांव में न कोई मुक्तिधाम है और न कोई गार्डन. इस गांव की आबादी करीब 1500 के आसपास है।बाबजूद इस गांव में आज तक मुक्तिधाम का निर्माण नही हो सका है।
इनका कहना है
यह बहुत ही गंभीर विषय है,गांव के लोग अभी तक मुक्तिधाम जैसी मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं।
मानसिंह कुशवाह
जिलाध्यक्ष कांग्रेस कमेटी भिण्ड
इनका कहना है
जब इस मामले को लेकर सरपंच से जानकारी लेनी चाही तो सरपंच ने इस मामले में कोई भी जबाब देना उचित नहीं समझा
भूरी देवी सरपंच जवासा