चंबल आचरण
भिंड ब्यूरो/रमेश सिंह कुशवाह
मो.7974799714
भिण्ड। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा 6 वर्ष से कम उम्र के बच्चे एवं गर्भवती महिलाओं के लिए आंगनवाड़ी केंद्रों पर कार्यरत आशाओं को पूरक पोषण आहार के तहत कई प्रकार की सुविधाएं एवं सामग्री मुहैया कराई जा रही है।लेकिन आशाओं के द्वारा यह सब सुविधाएं एवं सामग्री कागजों में हितग्राहियों को दी जा रही है।भिण्ड जिले में 2451आंगनवाड़ी एवं मिनी आंगनबाड़ी केंद्र है।जिनमे शहरी क्षेत्र में 179 आंगनवाड़ी केंद्र है।जिनमें सुभाष नगर,महावीर गंज,गांधीनगर,महावीर नगर,सरोज नगर,जोशी नगर और भी कई आंगनवाड़ी केंद्रों के ताले तक नहीं खोले जाते हैं।जहां पर अपराधिक प्रवृत्ति के लोग शराब पीने का काम करते हैं।जिसकी काफी समय से साफ-सफाई भी नहीं हुई है।गौर करने वाली बात यह है कि पूरक पोषण आहार योजना के तहत 6 वर्ष से कम उम्र के बच्चे, गर्भवती व दूध पिलाने वाली माताओं तथा किशोरियों की पहचान हेतु समुदाय के सभी परिवारों का सर्वेक्षण किया जाता है।तथा साल में कम से कम तीन सौ दिन पूरक पोषण आहार दिया जाता हैं। वर्तमान में 06 माह से 06 वर्ष तक के बच्चों को 4.00 रूपये प्रति बच्चा प्रतिदिन के मान 12-15 ग्राम प्रोटीन एवं 500 कैलोरी युक्त पोषण आहार दिये जाने का प्रावधान है। गंभीर कुपोषित बच्चों को 6.00 रूपये प्रति बच्चा प्रतिदिन के मान से 20 25 ग्राम प्रोटीन एवं 800 कैलोरी युक्त पोषण आहार तथा गर्भवती / धात्री माताओं एवं किशोरी बालिकाओं को 5.00 रूपये प्रति हितग्राही प्रतिदिन के मान से 18-20 ग्राम प्रोटीन एवं 600 कैलोरी युक्त पोषण आहार दिये जाने का प्रावधान है। लेकिन आशाओं के द्वारा सर्वेक्षण ना करके एवं पोषण आहार वितरित ना करके घर पर ही बैठ कर सर्वेक्षण कर लिया जाता है।और पोषण आहार कागजों में ही बांट दिया जाता है।जबकि जमीनी हकीकत की बात करे तो यह योजना बेबुनियाद साबित हो रही हैं।
आशाओं के द्वारा माह में एक बार करना होता है महिलाओं,बच्चों एवं बच्चियों का स्वास्थ्य परीक्षण
प्रत्येक आंगनबाड़ी केन्द्र में प्रत्येक माह में किसी एक मंगलवार या शुक्रवार के दिन ए.एन.एम तथा स्वास्थ्य कार्यकर्ता द्वारा महिलाओं तथा बच्चों की स्वास्थ्य जाँच की जाती है। स्वास्थ्य जाँच के आधार पर स्वास्थ्य में सुधार हेतु आवश्यक सलाह हितग्राहियों को दी जाती है।
गर्भवती महिलाओं की गोद भराई नहीं कराई जाती किसी भी आंगनवाड़ी केंद्र पर
बता दें कि गर्भवती महिलाओं को की गोद भराई की रस्म आंगनवाड़ी केंद्र पर आशाओं के द्वारा गाने बजाने एवं सजावट के साथ पूर्ण की जाती है इसका पूरा खर्चा योजना के तहत मिलता है।एवं गर्भवती महिलाओं को खाने के लिए भुने हुए चना,गुड़ इत्यादि दिए जाते हैं।लेकिन यह सब देखने तक को नहीं मिलता है।