चंबल आचरण
भिंड ब्यूरो/रमेश सिंह कुशवाह
मो.7974799714
भिण्ड। जिले में पोषण आहार योजना कागजों तक सिमट कर रह गई है।पोषण आहार हितग्राहियों तक पहुंचने की जगह आंगनवाड़ी केंद्रों पर कार्य कर रही आशाओं के घरों पर पहुंच रहा है।अधिकारियों के द्वारा अगर इन आंगन बाड़ी केंद्रों की जांच की जाए तो लाखों रुपए का घोटाला सामने आ सकता है। गौर करने वाली बात यह है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के द्वारा पोषण आहार योजना लागू करके ना सिर्फ बच्चे बल्कि गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य को सेहतमंद बनाने के लिए लागू की गई थी लेकिन मुख्यमंत्री के मंसूबों पर पानी फिरता नजर आ रहा है लिहाजा आंगनवाड़ी केंद्र पर कार्यरत आशाओं के द्वारा यह पोषण आहार कागजों में वितरित करके बेचा जा रहा है। लोगों की माने तो अगर सर्वे किया जाए तो 70% हितग्राहियों को भी यह पोषण आहार वितरित नहीं किया जा रहा है। पोषण आहार तो दूर की बात है आंगनवाड़ी केंद्रों को सुचारू रूप से खोला तक नहीं जा रहा है जिससे कई गर्भवती महिलाओं को परेशान होकर जिला अस्पताल जाना पड़ता है जिससे अन्य योजना जैसे लाड़ली लक्ष्मी योजना के अलावा और भी कई सारी योजनाओं का लाभ हितग्राहियों को आशाओं की अनुपस्थिति के कारण नहीं मिल पाता है। भिंड शहर के सुभाष नगर महावीर गंज जोशी नगर महावीर नगर गांधीनगर के अलावा कई जगह आंगनवाड़ी केंद्रों को खोले बिना ही रजिस्टर में उपस्थिति दर्ज करा कर पोषण आहार वितरित कर दिया जाता है।
इनका कहना है
आंगनबाड़ी केंद्रों पर कार्यकर्ताओं की कमी है इसकी वजह से पोषण आहार समय पर वितरित नहीं हो पा रहा है जल्द ही पोषण आहार वितरित करवा दिया जाएगा*
ऊषा बाजपेई
आंगनबाड़ी केंद्र वार्ड क्रमांक 30
इनका कहना है
जिन आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के द्वारा यह लापरवाही बरती जा रही है उन पर कार्रवाई की जाएगी जिससे सभी हितग्राहियों को सुचारु रुप से पोषण आहार वितरित हो सके
अब्दुल गफ्फार
महिला एवं बाल विकास अधिकारी