ग्वालियर 07 फरवरी। मध्य प्रदेश के ग्वालियर चंबल अंचल में एक बार फिर गोलियों की तड़तड़ाहट सुनाई दी। एक ही परिवार को दो पक्षों के बीच हुए विवाद में गोलीबारी हुई, जिसमें पूर्व सरपंच के बेटे की मौत हो गई. जबकि पांच लोग घायल हो गए हैं. ग्वालियर जिले के गोकुलपुरा में जमीन विवाद को सुलझाने को लेकर पंचायत बुलाई गई थी। जहां यह घटना घटित हुई। इस हादसे के बाद गांव में पुलिस का पहरा बढ़ा दिया गया है। वहीं पोस्टमार्टम के बाद गुरुवार को अंतिम संस्कार किया गया।
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60 करोड़ की जमीन की लड़ाई:
थाना प्रभारी सुरेन्द्र नाथ सिंह यादव ने बताया कि “गिरवाई थाना क्षेत्र स्थित के गोकुलपुरा में हुकुम सिंह यादव और उनके भाई पंचम सिंह यादव के बीच 17.5 बीघा पुश्तैनी जमीन को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था। इस जमीन की कीमत 60 करोड़ बताई जा रही है। जब दोनों भाई के बीच विवाद नहीं सुलझा तो पंचायत बुलाई गई। जहां पंचम सिंह यादव अपने परिवार के साथ हथियार लेकर पंचायत पहुंचा था। बंटवारे को लेकर विवाद इतना बढ़ गया कि पंचम सिंह यादव के परिवार ने हुकुम सिंह यादव के परिवार पर गोलियां बरसाना शुरू कर दी।
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पूर्व सरपंच के बेटे की गोली लगने से मौत:
घटना में पूर्व सरपंच हुकुम सिंह यादव के बेटे की मौत हो गई। जबकि पांच लोग घायल हो गए. वहीं घटना की सूचना मिलते ही चार थाने की पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया. वहीं डॉक्टरों ने 25 वर्षीय पुरुषोत्तम सिंह यादव को मृत घोषित किया. जो पूर्व सरपंच का बेटा था।
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कोर्ट के फैसले के बाद भी नहीं सुलझ रहा था विवाद
बता दें हुकुम सिंह के पिता ने साल 1989 में जमीन खरीदी थी। तब हुकुम, शिवचरण और बालमुकुंद तीनों भाईयों के छोटे होने के चलते पिता ने बड़े भाई पंचम सिंह के नाम जमीन कर दी थी। जहां बाद में हुकुम सिंह, बालमुकुंद और शिवचरण ने 2000 में कानूनी तरीके से जमीन अपने नाम करा ली थी। वहीं साल 2018 में जमीन का एक हिस्सा पंचम सिंह, शिवचरण और बालमुकुंद को दिया गया, जबकि दूसरा हिस्सा पंचम सिंह की पत्नी कमला और बेटे रामबरन यादव को दिया गया।
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जबकि साल 2021 में कमला के बेटों ने फर्जी दस्तावेज के जरिए पूरी जमीन अपने नाम करा ली थी। जिसको लेकर विवाद चल रहा था, यह मामले कोर्ट भी पहुंचा था। जहां कोर्ट ने हुकुम सिंह के पक्ष में फैसला सुनाया था. जिसे पंचम सिंह का परिवार मानने तैयार नहीं था। प्रशासन द्वारा कई बार दोनों परिवारों के बीच विवाद सुलझाने की कोशिश की गई, लेकिन कोई हल नहीं निकला। वहीं बुधवार को फिर पंचायत बुलाई गई, जिसमें परिवार और रिश्तेदार मौजूद थे।
गांव में पुलिस बल तैनात
मामला बढ़ता देख गांव में पुलिस तैनात कर दी गई है। बताया जा रहा है कि तीन से चार राउंड फायर किया गया है. मौके से पुलिस को कारतूस मिले हैं।शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद पुलिस ने शव परिजनों को सौंप दिया है. जिसके बाद गुरुवार को अंतिम संस्कार किया गया।
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